दोस्तो भारत पूरी दुनिया में अपनी डायवर्सिटी के लिए जाना है। यह डायवर्सिटी सिर्फ क्लिमेट में ही नहीं बल्कि भाषा बोली और खानपान में भी देखने को मिलती है। ये तो हम सब जानते ही है कि भारत राज्यों का संघ है। और हर राज्य अपने अपने विशेषता को भी संजोये हुए है। क्या कभी आपका ध्यान हमारे देश के अलग-अलग राज्यों के नाम पर गया। आखिर कैसे राज्य को उनका नाम दिया गया होगा। आज के इस पोस्ट में हम इसी रोचक सवाल का जवाब देने जा रहे तो हमारे साथ इस पोस्ट के साथ अंनत तक जरूर बने रहिये। क्योंकि आज की यह पोस्ट काफी मजेदार होने वाली है।
Bhaarat ke raajyo ko naam kaise diya gaya-भारत के राज्यो को नाम कैसे दिया गया ?
जम्मू एंड कश्मीर
हिमाचल प्रदेश
अगर हिमाचल प्रदेश के पीछे की कहानी जाननी हो तो दोस्तो बहुत ही सरल है। बर्फीले पहाड़ गढ़ माने जाने वाले हिमाचल प्रदेश में अगर हिम सब्द पर गौर करें। तो इसका मतलब होता है बर्फ ओर विशाल पर्वत यानी आँचल तो हिमाचल यानी ऐसी जगह जिसे बर्फ का पर्वत कहाँ जाए।पंजाब
हम सब जानते हैं कि पंजाब को पांच नदियों की भूमि के रूप में जाना जाता है। क्योंकि यहां हां, पांच नदिया बहती है। अगर पंजाब सब्द की बात करे तो पंजाब indo-iranian शब्द है। पंच का मतलब पांच होता है,और आप का मतलब होता है पानी इसी से मिलकर एक वर्ड बना है पंजाब यानी पांच नदियों वाला राज्य। हरियाणा अगर पंजाब के पास स्थित हरियाणा राज्य की बात करे तो यह राज्य हरि ओर आना सब्द को जोड़ के बना है दरअसल हरि यानी विश्णु ओर आना सब्द का अर्थ तो हम सब जानते ही है। कुल में कहे तो हरि को बुलाना ओर हम तो ये जनते ही है धार्मिक ग्रंथों के मुताबिक हरियाणा के कुरुक्षेत्र में महाभारत के युद्ध चला था। श्री कृष्ण यहां आए थे।उत्तरप्रदेश
हरियाण से चलते है! अब एक ऐसे राज्य में जहां सबसे ज्यादा जनसंख्या वाले राज्य की लिस्ट में सबसे ऊपर आता है। हम बात कर रहे हैं उत्तर प्रदेश क्योंकि राज्य उत्तर दिशा में स्थित है। इसलिए इस राज्य का नाम उत्तरप्रदेश रखा गया।उत्तराखंड
अब बारी आती है साल 2000 में उत्तर प्रदेश राज्य से अलग हुए राज्य उत्तराखंड इस राज्य को पहले उत्तरांचल नाम से जाना जाता। इसका मतलब उत्तरीय पहाड़ होता है इसके बाद इसका नाम बदलकर उत्तराखंड कर दिया गया। जिसका मतलब किसी भी क्षेत्र का उत्तरी हिस्सा होता है।राजस्थान
ये नाम संस्कृत शब्द राजा से आया हुआ है।वैसे क्या आप जानते हैं कि प्राचीन समय में शहर को राजपूताना नाम से जाना जाता था। यानी राजपूतों का शहर।
गुजरात
उत्तर भारत से अब बढ़ते हैं। आगे की ओर और जाते है राजस्थान के पड़ोसी राज्य गुजरात की जिसका नाम गुजरा इस सब्द से आया है। दरअसल इस थान पर आठवीं शताब्दी तक गुर्जरों का शासन हुआ करता था। ओर इसी वजह से इस भूमि को गुजरात नाम दिया गया है।महाराष्ट्र
महाराष्ट्र की बात करें तो इसके नाम के पीछे कई तरह की कहानियां। ये नाम भी संस्कृत सब्द से बना हुआ है।महा का मतलब महान ओर राष्ट्र का मतलब देश यानी महान देश। इसके पहले इसे राष्ट्रीका भी कहा जाता था। महाराष्ट्र में शब्द बिरवा राष्ट्रकूट वंश के शासन की वजह से भी माना जाता है।
गोवा
आप लोगों से कई लोग गर्मियों की कि छुट्टियों में गोवा के बीचों में घूमने जरूर गए होंगे लेकिन अपने कभी सोचा है ! कि गोवा के नाम गोवा कैसे पड़ा। वैसे इसका जवाब तो आज तक कोई पता नहीं लगा पाया। लेकिन कई लोगो का यह अनुमान है यह शब्द संस्कृत सब्द से लिया गया है क्योंकि संस्कृत में गो का मतलब गाय होता है। कुछ मान्यताओ के मुताबिक गोवा यूरोप या पुरतोकल सब्द है। ये तो हुई पश्चिम भारत के राज्यों की बात आइये चलते है पूर्वी भारत के चार राज्यो के तरफ ओर जानते है उनके नामो के पीछे की कहानी।बिहार
सबसे पहले बात करते हैं। भारत के पूर्व में स्थित बिहार की बिहार शब्द संस्कृत शब्द विहार से बना है इस शब्द का मतलब होता है कि कोई जगह पर बसेरा डालना। प्राचीन! समय मे बौद्ध धर्म के लोगों ने इसी जगह पर अपना देश बनाया था।
झारखंड
झारखंड बिहार की तरह ही झारखंड राज्य का नाम भी संस्कृत शब्द से बना हुआ है। झारखंड का मतलब जंगल ओर खंड का मतलब प्रदेश होता है। वैसे क्या आप जानते हैं झारखंड को ओर एक नाम से भी जाना जाता है। अगर आप नाम जानते है तो हमे कमेंट में जरूर बताएं।उड़ीसा
उड़ीसा सब्द भी संस्कृत सब्द उडरा विषय यानी ऑडर देश से आया हुआ है। इसका मतलब होता है ओड्रल जो मध्य भारत मे निवास करते हैवेस्ट बंगाल
पूर्वी भारत की सूची में जो सबसे आखिरी नंबर पर जो राज्य है, उसका नाम है। वेस्ट बेंगल इसका नाम संस्कृत सब्द वंग से लिया गया था। लेकिन समय के साथ इसका नाम भी बदलता रहा ओर फिर वहां के लोग उसे बंगला नाम से पुकारने लगे। और हिंदी में ये बंगाल बन गया।आइये अब देखते है मध्य भारत मे इस्थित मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ को उनका नाम कैसे मिला।
मध्यप्रदेश
जैसे नाम से ही आप समझ गए होंगे कि मध्य का मतलब बीच होता है। ओर रही प्रदेश की बात तो इसका मतलब जगह होता है। ओर ये हम सब जानते है बस इसलिए इसका नाम मध्यप्रदेश रख दिया गया।छत्तीसगढ़
ऐसा माना जाता है ! की छत्तीसगढ़ के पहले दक्षिण कोशला कहा जाता था हालांकि इस बात में कितनी सच्चाई है उसका सबूत किसी के पास नही ओर रही छत्तीसगढ़ के नाम के पीछे की कहानी तो बड़ी सरल है इसमें मौजूद 36 किले है। इसलिए आज हम इसे छत्तीसगढ़ के नाम से जानते है। मध्य भारत से अब बढ़ते है दक्षिण भारत के राज्यो की ओर।आंध्रप्रदेश
आंध्रप्रदेश में आंध्र सब्द एक संस्कृति सब्द हैजिसका मतलब दक्षिण होता है। इसी जगह में जनजातियों का भी आवास हैं। जिन्हें आंध्रा नाम से जाना जाता है।
कर्नाटक
कर्नाटक शब्द का निर्माण करू से हुआ है!इसका मतलब गगन चुम्बी होता है। ये ढकन पठार का क्षेत्र है जो काफी ऊंचा हुआ करता था। जो इसी के चलते इस क्षेत्र को कर्नाटक नाम दिया गया था।
केरेला
इस नाम के साथ भी एक सांस्कृतिक मत जुड़ा हुआ है। संस्कृत में केरला का मतलब एक जुड़ी हुई भूमि होता है। इसीलिए यह कहना गलत नहीं होगा कि केरला समुद्र से जुड़ी एक अक्रतिक भूमि है। क्योंकि यह समुद्र के किनारों में स्थित है।तेलांगना
तेलंगाना राज्य का नाम त्रिलंग सब्द से बना हुआ है ! इसका मतलब शिव के तीन लिंग होता है !तमिलनाडु
तमिलनाडु में तमिल का अर्थ होता है!मिटा सरबत और नाडु तमिल भाषा का शब्द है! जिसका अर्थ जन्मभूमि या देश होता है। तमिलनाडु का मतलब तमिलों का घर होता है। आखरी में बात करते हैं। उत्तर पूर्व में स्थित सात बहनों के नामों की उत्पत्ति की कहानियो की ओर।
अरुणाचल प्रदेश
अरुणाचल प्रदेश नाम की उत्पत्ति अरुण शब्द से हुई है। जिसका अर्थ सुबह की जोत ओर आँचल जो कि पहाड़ होता है यानी ऐसी एक ऐसी जगह जिसका मतलब सुबह की जोति का पहाड़ होता है।मेघालय
मेघालय राज्य का अर्थ होता है!बादलों का घर मेघ यानी बदल आलय मतलब घर।
मणिपुर
मणिपुर के नाम के पीछे की कहानी काफी सिंपल है ! इसके नाम से ही पता चलता है कि यह मनियो का शहर है।आसाम
आसाम का मतलब अह्म शासको से उत्पन्न हुआ है! जिन्होंने 6 सदियों तक आसाम पे राज किया। अह्म इंडोआर्यन सब्द से भी उत्पन्न हुआ है इसका अर्थ अनियमित होता है।मिजोरम
अगर मिजोरम शब्द की उत्पत्ति की बात कही जाए मि यानी लोग यानी ओ लोग जो पहाड़ में रहते है।त्रिपुरा
त्रिपुरा राज्य का नाम दो सब्द से मिलकर बना है ताई का मतलब पानी ओर पारा जिसका मतलब पास।नागालैंड
नागालैंड नागालैंड शब्द की उत्पत्ति परमा सब्द से हुई है हजिसका मतलब नाका है नाका का मतलब नागा होता है नागा मतलब ऐसे लोग जिनके नाक ओर कान में छेद बने होते है।सिक्किम
आइये अब जानते सिक्किम नाम की उत्पत्ति की कहानी ! यह डेन्जम से आया है ये लिंबू बोल के दो शब्दों से बना हुआ है जिसमे सु का मतलब नया होता है ओर किम का मतलब महल होता हैउम्मीद है दोस्तो आज की इस पोस्ट से आपको कुछ जानने को मिला होंगा। अगर हमारी यह पोस्ट आपको पसंद आई तो अपने बाकी दोस्तो के साथ शेयर करना न भूले!!
Credit by - The Mystica Land
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